
गलत गाय या भैंस खरीदने से हो सकता है लाखों का नुकसान! जानवर खरीदने से पहले विशेषज्ञ से जान लें ये जरूरी बातें
written by :Abhay Pandey
महेसाणा: गुजरात में अब पशुपालन एक बढ़ता हुआ बिजनेस है. पशुपालन किसान अच्छे नस्ल की गायों और भैसों को खरीद रहे हैं. वे पशुपालन में लाखों रुपये खर्च करते हैं. वे ऐसे जानवर खरीदते हैं जो ज्यादा दूध देते हैं, लेकिन कई बार पशुपालन किसान ठगे जाते हैं. खरीदने के बाद गाय और भैंस कम दूध देती हैं. जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. जानवर खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? किन बातों को लेकर सतर्क रहना चाहिए? आइए जानते हैं पशुपालन विशेषज्ञ डॉ. शरदभाई सोनी से…
नथुने पर पानी की बूंदें दिखनी चाहिए
लोकल 18 से बात करते हुए महेसाणा जिले के कृषि विज्ञान केंद्र खेरवा के पशुपालन विशेषज्ञ डॉ. शरदभाई सोनी ने कहा, “जब भी आप गाय या भैंस खरीदने जाएं, तो हमेशा पहले उस जानवर को चुनें जो ज्यादा दूध देता हो. अगर आप भैंस खरीद रहे हैं, तो ऐसी भैंस खरीदें जो पूरे दिन में कम से कम 10 से 12 लीटर दूध देती हो. इसके अलावा, इसके गुण और नस्ल के अनुसार विशेषताएं दिखनी चाहिए और सिर्फ ऐसा ही जानवर खरीदीए. इसके अलावा, शरीर का आकार चपटा होना चाहिए, और जानवर की नथुने पर पानी की बूंदें दिखनी चाहिए.”
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जानवर की त्वचा पतली होनी चाहिए
डॉ. शरदभाई सोनी ने आगे कहा कि जो जानवर खरीदने के बाद लाए जाएं, उनकी त्वचा पतली होनी चाहिए. मोटी त्वचा वाले जानवरों का चारा ज्यादातर फैट में बदल जाता है और दूध उत्पादन कम होता है. इसलिए पतली त्वचा वाले जानवरों का चयन करना चाहिए. गायों और भैंसों के पेट के दोनों ओर दूध की नसें होती हैं. अगर ये नसें मोटी और मुड़ी हुई हों, तो वह अधिक दूध देंगी.
सभी थनों में कोई कमी या चोट नहीं होनी चाहिए
इसके अलावा, जानवर के सभी चार थन समान होने चाहिए. किसी भी थन में कोई कमी या चोट नहीं होनी चाहिए. जानवर के थन शरीर से मजबूती से जुड़े हुए होने चाहिए और दूध निकालने के बाद थन सिकुड़ने चाहिए. जब भी आप कोई जानवर खरीदने जाएं, तो उस जानवर को कम से कम तीन बार दूध निकालकर देखें, यानी सुबह, शाम और अगले दिन सुबह दूध निकालकर ही जानवर खरीदें.